वॉशिंगटन. अमेरिका में बढ़ रही गर्मी और हीट वेव (Heat Waves in US) के थपेड़े लोगों की जान ले रहे हैं. बढ़ते तापमान का सबसे अधिक असर एरिज़ोना राज्य (Arizona) के लोगों पर पड़ रहा है. न्यूज़ एजेंसी AP की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछली गर्मियों में एक 80 वर्षीय महिला को अपने घर में अचेत अवस्था में पाया गया जब उनके घर का AC खराब हो गया. 37 डिग्री की घुटन भरी गर्मी में महिला कई दिनों से बिना AC के ही रह रही थी. महिला को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
अमेरिका के सबसे गर्म राज्य के फीनिक्स शहर में महिला की ही तरह 77 लोगों ने हीट वेव के कारण अपनी जान गंवा दी. पिछली गर्मियों के मौसम में घरों के भीतर ही अधिकांश लोगों ने तपिश से दम तोड़ दिया. गौरतलब है कि लगभग सभी बिना एयर कंडीशनिंग के घरों में रह रहे थे. अभी तक फीनिक्स (Phoenix) तक ही सीमित रहने वाली इस गर्मी के खतरे की घंटी अब अमेरिका के तमाम शहरों में बजने लगी है. ग्लोबल वार्मिंग खासकर वृद्धों की सुरक्षा के लिए नई चुनौतियाँ पैदा रही है. पैसिफ़िक नॉर्थवेस्ट से शिकागो तक उत्तरी कैरोलिना तक, तापमान बढ़ने पर वृद्ध लोगों को सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य क्लीनिक, उपयोगिताओं और स्थानीय उपायों का परीक्षण किया जा रहा है. साथ ही बिजली काटने के नए नियम को भी अपना रहे हैं.
सोनोरन रेगिस्तान में स्थित, फीनिक्स और इसके उपनगर अमेरिका में गर्मी से जुड़ी मौतों (Death due to heat waves) के लिए ग्राउंड जीरो की तरह कार्य करते हैं. इस तरह की मौतें इतनी आम हैं कि एरिजोना की सबसे बड़ी काउंटी मई से अक्टूबर तक छह महीने के गर्म मौसम के दौरान साप्ताहिक ऑनलाइन टैली रखती है. इस साल तापमान अप्रैल के पहले सप्ताह में ही 40 डिग्री के उच्च स्तर पर पहुंच गया था. दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के लियोनार्ड डेविस स्कूल ऑफ जेरोन्टोलॉजी में अब रेगिस्तानी शहर की मूल निवासी शोधकर्ता जेनिफर आयलशायर ने कहा कि फीनिक्स वास्तव में वह मॉडल है जो हम अन्य जगहों पर देखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है और उन्हें डर है कि हम लोगों को यह सिखाने के लिए पर्याप्त तेजी से काम नहीं कर रहे हैं कि बढ़ता तापमान कितना हानिकारक हो सकता है.
2021 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि हर साल अमेरिकी गर्मी से होने वाली मौतों में से एक तिहाई से अधिक मानव-जनित ग्लोबल वार्मिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. बता दें कि 200 अमेरिकी शहरों में जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली गर्मी से एक वर्ष में 1,100 से अधिक मौतें हुई हैं. फ़िलहाल फीनिक्स सहित कई अमेरिकी शहरों में हीट वेव्स के दौरान लोगों की रक्षा करने, शीतलन केंद्र खोलने और बोतलबंद पानी वितरित करने की योजना है.