Indian Illegal Immigrants in US: अमेरिका जाना, वहां नौकरी करना और बसना भारत ही नहीं ज्यादातर विकासशील देशों के लोगों के लिए सपना होता है. अमेरिका जाने को लेकर लोगों में अलग ही तरह का क्रेज है. अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर एक दशक पहले जब कोई अवैध प्रवासी पकड़ा जाता था तो वो मैक्सिको का ही होता है. लेकिन, अब इस सीमा पर मैक्सिको के साथ ही कई देशों के अवैध प्रवासी पकड़े जा रहे हैं. इस वजह से अमेरिका में अवैध प्रवासियों की तादाद लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है, जो राष्ट्रपति जो बाइडेन सरकार के लिए बड़ा संकट बन गया है.
अमेरिका में मार्च 2023 में करीब 10,000 भारतीय अलग-अलग जगह पर अवैध तरीके से सीमा पार करते हुए पकड़े गए है. साल 2022 में बिना दस्तावेज के अमेरिकी सीमा पर पहुंचकर शरण मांगने वाले भारतीयों की तादाद 63,927 रही थी. भारत के साथ एशिया के तमाम देशों के अवैध प्रवासी अमेरिकी सीमा पर पकड़े गए हैं. इसके अलावा हैती, रूस, पेरू, वेनेजुएला के अवैध प्रवासी भी अमेरिका की सीमाओं पर पकड़े जा रहे हैं. हालांकि, अब मैक्सिको के अवैध प्रवासियों के अमेरिकी सीमाओं पर पकड़े जाने के मामले कम हो गए हैं. अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है कि पकड़े गए प्रवासियों की जांच करके अवैध प्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट कर दिया जाए.
अमेरिका में क्यों बढ़ी अवैध प्रवासियों की तादाद
अमेरिका में कोरोना महामारी के दौरान नियम-42 पेश किया गया था. इस नियम के तहत अमेरिका पहुंचने वाले शरणार्थियों को कुछ ज्यादा अधिकार दिए गए थे. अमेरिकी सरकार नियम-42 को 11 मई 2023 को खत्म कर रही है. बाइडेन सरकार ने शरणार्थियों के लिए बनाए नियमों में जनवरी 2023 में कुछ बदलाव कर सख्ती बढ़ा दी थी. इसके बाद से अवैध प्रवासियों की संख्या कम हुई थी. इसके बाद अप्रैल से अमेरिका पहुंचने वाले अवैध प्रवासियों की तादाद में फिर तेजी दर्ज की गई है. अमेरिका की नेशनल बॉर्डर पेट्रोल काउंसिल के प्रसिडेंट ब्रैंडन जेड के मुताबिक, इस समय हर दिन औसतन 7,200 अवैध प्रवासी सीमा पर पहुंच रहे हैं, जो मार्च 2023 में 5,200 थे.
अप्रैल से अमेरिका पहुंचने वाले अवैध प्रवासियों की तादाद में फिर तेजी दर्ज की गई है.
किन देशों से पहुंच रहे ज्यादा अवैध प्रवासी
अमेरिका में दिसंबर 2022 में सीमाओं पर पहुंचने वाले लोगों में 40 फीसदी हैती, वेनेजुएलए, निकारागुआ और क्यूबा के थे. ये संख्या मार्च 2023 में घटकर महज 3 फीसदी रह गई. मार्च में अमेरिकी सीमा पर पहुंचकर शरण मांगने वालों में भारतीयों की यंख्या में तेज बढ़ोतरी हुई. अमेरिका की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2019 से मार्च 2023 के बीच करीब 1.20 लाख अवैध भारतीयों को अमेरिका सीमा में घुसते हुए पकड़ा गया है. पकड़े गए भारतीयों में सबसे ज्यादा लोग गुजरात के हैं. हालांकि, पकड़े गए भारतीयों में से काफी कम लोगों को ही वापस भारत भेजा गया है.
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भारतीयों को माना गया सबसे अच्छे नागरिक
अमेरिका मानवीय आधार पर बड़ी संख्या में दुनियाभर से पहुंचने वाले लोगों को शरण देता है. इसलिए साल 2017 के बाद अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा शरणार्थी केंद्र बना हुआ है. माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टिट्यूट का कहना है कि साल 2021 में 27 लाख से ज्यादा भारतीय अमेरिका में रह रहे थे. ये संख्या अमेरिका में रह रहे विदेश में जन्मे लोगों की कुल आबादी का करीब 6 फीसदी है. जॉर्जिया के सीनेटर रिच मैककॉर्मि ने जनवरी 2023 में कहा था कि भारतीय अमेरिकी देश में रहने वाले सबसे अच्छे नागरिकों में शामिल हैं. उन्होंने ऐसी व्यवस्था बनाने की मांग की, जिससे यहां रहने वाले भारतीय कानून का पालन करें, समय पर टैक्स भरें और अच्छे नागरिकों की भूमिका में रहें.
कैसे अमेरिका पहुंचते हैं ज्यादातर भारतीय
टेक्सास में यूनिवर्सिटी ऑफ द इंकारनेट वर्ड में इतिहास व एशियाई अध्ययन की प्रोफेसर लोपिता नाथ कहती हैं कि अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने वाले भारतीयों की बढ़ती संख्या पहले से यहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों की छवि को खराब कर रही है. अमेरिका पहुंचने वाले भारतीय उच्च शिक्षित होते हैं. बड़ी संख्या में भारतीय कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले अस्थाई एच-1बी वीजा के जरिये अमेरिका पहुंचते हैं. अमेरिका की यूनिवर्सिटीज में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों में भारतीयों की संख्या नंबर दो पर है. डीडब्ल्यू से बातचीत के दौान न्यूयॉर्क के इमिग्रेशन वकील रोहित बिस्वास कहते हैं कि अमेरिकी नागरिकता पाने के कानूनी रास्ते कठिन हैं. इसलिए ज्यादा भारतीय अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करते हैं या वीजा कानूनों का उल्लंघन करते हैं.
अमेरिकी सीमा पर अवैध तरीके से पहुंच रहे भारतीयों की संख्या कड़े वीजा नियम और संगठित प्रवासी तस्करी नेटवर्क के कारण बढ़ रही है.
बिना वैध दस्तावेजों के कैसे पहुंच रहे भारतीय
अमेरिकी सीमा पर अवैध तरीके से पहुंच रहे भारतीयों की संख्या कड़े वीजा नियम और संगठित प्रवासी तस्करी नेटवर्क के कारण बढ़ रही है. अवैध तरीके से प्रवासियों को पहुंचाने वाले नेटवर्क अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर ज्यादा हैं. दुपो़ भारतीयों प्रवासियों की तस्करी कनाडा से लगी अमेरिकी सीमा पर ज्यादा होती है. गैर-दस्तावेजी भारतीयों में कई वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रुके हुए हैं. वहीं, बिना वैध वीजा के अमेरिका पहुंचने वाले भारतीय वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों के समूह में छुपकर रहने लगते हैं. एमपीआई के मुताबिक, 2021 तक अमेरिका के श्रम बाजार में भारतीयों की भागीदारी 72 फीसदी थी. वहीं, अमेरिका में जन्मे लोगों की वहां के श्रम बाजार में भागीदारी करीब 62 फीसदी ही थी.