अमेरिकी सरकार ने कहा AI के खतरे से निपटने टेक कंपनियां तैयार रहें
टेक्नोलॉजी यदि सुरक्षा के लिए खतरा बन जाए तो मुश्किल होगी: कमला हैरिस
नई दिल्ली. AI के खतरों पर बातचीत के लिए यूएस के व्हाइट हाउस में कई बड़े दिग्गज लोगों की मीटिंग हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस दुनिया की शीर्ष आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की और एआई के संभावित खतरों और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की. बैठक में अल्फाबेट इंक की Google और Microsoft सहित शीर्ष एआई कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
व्हाइट हाउस में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के साथ बैठक की गई. इस बैठक में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी शामिल हुई. यह बैठक दो घंटे तक चली और इसमें Google के सीईओ सुंदर पिचाई, Microsoft के सत्य नडेला, OpenAI के सैम ऑल्टमैन और एंथ्रोपिक के डारियो अमोदी शामिल रहे. बैठक में एआई को लेकर नियम और कानूनों पर चर्चा की गई कि एआई पर सरकार का नियंत्रण कैसे रखा जाए? आपातकालीन बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर नियम और कानूनों के साथ उनपर नियंत्रण को लेकर लंबी चर्चा हुई.
एआई के खतरे से निपटने टेक कंपनियां तैयार रहें
अमेरिकी सरकार ने कहा कि एआई से बढ़ने वाली चिंता, उसके खतरे और जोखिम को लेकर टेक कंपनियों को पहले से तैयारी करनी होगी. ऐसा माना जा रहा है कि एआई से काम करने का सिस्टम ही बदल जाएगा. लाखों यूजर्स ने ऐसे उपकरणों का परीक्षण करना शुरू कर दिया है, जो समर्थक दावा कर रहे हैं कि एआई की मदद से बीमारी के इलाज में मदद हो सकती है. कानूनी सहायता और डिबग सॉफ़्टवेयर बन सकते हैं. वहीं इस बात की भी चिंता बढ़ रही है कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कैसे गोपनीयता भंग हो सकती है और नौकरियों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है.
टेक्नोलॉजी यदि सुरक्षा के लिए खतरा बन जाए तो मुश्किल होगी: कमला हैरिस
इस बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपने बयान में कहा कि टेक्नोलॉजी जीवन को और बेहतर बनाने के लिए होती है, लेकिन अगर वो सुरक्षा के लिए खतरा बन जाए तो मुश्किल होगी. उन्होंने कहा कि एआई सुरक्षा, गोपनीयता और नागरिक अधिकारों के लिए खतरा बन सकता है. उन्होंने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट समेत सभी टेक कंपनियों को अपने एआई प्रोडक्ट्स को लेकर सुरक्षा को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
AI को लेकर निवेश करेगा अमेरिका
बैठक से पहले, OpenAI के ऑल्टमैन ने मीडिया से कहा कि यह (AI) निश्चित रूप से एक चुनौती होने जा रहा है, लेकिन मुझे यकीन है कि हम इसे संभाल सकते हैं. प्रशासन ने सात नए एआई अनुसंधान संस्थानों को करने के लिए नेशनल साइंस फाउंडेशन से 140 मिलियन डॉलर के निवेश की भी घोषणा की. प्रशासन ने कहा कि व्हाइट हाउस का प्रबंधन और बजट कार्यालय सरकार द्वारा एआई के उपयोग पर नीतिगत मार्गदर्शन जारी करेगा. एंथ्रोपिक, गूगल, हगिंग फेस, एनवीडिया कॉर्प, ओपनएआई और स्टेबिलिटी एआई सहित प्रमुख एआई डेवलपर्स अपने एआई सिस्टम के सार्वजनिक मूल्यांकन में हिस्सा लेंगे.